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Question 1 of 40
1. Question
1 points
निम्नलिखित में से किस एक शक्ति से 1739 ई० में मराठों ने सालसेट तथा बसीन को जीता?
Correct
व्याख्या-
बालाजी विश्वनाथ की मृत्यु के बाद बाजीराव प्रथम पेशवा बना।
बाजीराव प्रथम शिवाजी के बाद दूसरा सबसे महान मराठा सरदार था।
1739 में बसीन और सालसेट का क्षेत्र बाजीराव प्रथम के समय में मराठा चिम्नाजी अप्पा ने पुर्तगालियों से छीन लिया।
Incorrect
व्याख्या-
बालाजी विश्वनाथ की मृत्यु के बाद बाजीराव प्रथम पेशवा बना।
बाजीराव प्रथम शिवाजी के बाद दूसरा सबसे महान मराठा सरदार था।
1739 में बसीन और सालसेट का क्षेत्र बाजीराव प्रथम के समय में मराठा चिम्नाजी अप्पा ने पुर्तगालियों से छीन लिया।
Unattempted
व्याख्या-
बालाजी विश्वनाथ की मृत्यु के बाद बाजीराव प्रथम पेशवा बना।
बाजीराव प्रथम शिवाजी के बाद दूसरा सबसे महान मराठा सरदार था।
1739 में बसीन और सालसेट का क्षेत्र बाजीराव प्रथम के समय में मराठा चिम्नाजी अप्पा ने पुर्तगालियों से छीन लिया।
Question 2 of 40
2. Question
1 points
निम्न में से कौन यूरोप की यान्त्रिक घड़ी भारत में लाये थे तथा यह कब लायी गई थी?
Correct
व्याख्या-
यूरोप की यान्त्रिक घड़ी को भारत में सोलहवीं शताब्दी में पुर्तगालियों द्वारा लायी गई ।
सोलहवीं शताब्दी में पुर्तगालियों ने भारत में प्रिटिंग प्रेस की स्थापना की।
भारत में आलू, शकरकन्द, अनन्नास, संतरा, काजू आदि लाने का श्रेय पुर्तगालियों को है
Incorrect
व्याख्या-
यूरोप की यान्त्रिक घड़ी को भारत में सोलहवीं शताब्दी में पुर्तगालियों द्वारा लायी गई ।
सोलहवीं शताब्दी में पुर्तगालियों ने भारत में प्रिटिंग प्रेस की स्थापना की।
भारत में आलू, शकरकन्द, अनन्नास, संतरा, काजू आदि लाने का श्रेय पुर्तगालियों को है
Unattempted
व्याख्या-
यूरोप की यान्त्रिक घड़ी को भारत में सोलहवीं शताब्दी में पुर्तगालियों द्वारा लायी गई ।
सोलहवीं शताब्दी में पुर्तगालियों ने भारत में प्रिटिंग प्रेस की स्थापना की।
भारत में आलू, शकरकन्द, अनन्नास, संतरा, काजू आदि लाने का श्रेय पुर्तगालियों को है
Question 3 of 40
3. Question
1 points
भारत के साथ समुद्री व्यापार आरंभ करने में निम्न में कौन अग्रणी थे
Correct
****भारत के साथ समुद्री व्यापार आरम्भ पुर्तगालियों ने किया ।
पुर्तगाली भारत की समयरेखा –
1498
वास्को-डी-गामा कालीकट पहुँचे जहाँ उनका स्वागत जमोरिन ने किया
1503
कोचीन में पहला पुर्तगाली फोर्ट बनाया गया था.
1505
कन्नानोर में दूसरा पुर्तगाली फोर्ट बनाया गया.
1509
मिस्र, अरब और ज़मोरिन के संयुक्त पोत समूह को पुर्तगालियों के पोत द्वारा दीव की लड़ाई में नष्ट कर दिया गया.
1510
अल्फोंसो अल्बुकर्क ने गोवा पर कब्जा कर लिया गया. गोवा पहले बीजापुर सल्तनत का हिस्सा था.
1530
गोवा को पुर्तगालियों की राजधानी घोषित कर दिया गया.
1535
दीव को पूरी तरह से अधीन बना लिया गया.
1539
पुर्तगाली दीव को ओटोमन्स, मिस्र के मामलुक, गुजरात सल्तनत और कालीकट के ज़ोमोरिन के संयुक्त पोतों द्वारा घेर लिया गया. इस युद्ध का अंत पुर्तगालियों की जीत के साथ हुआ.
Incorrect
****भारत के साथ समुद्री व्यापार आरम्भ पुर्तगालियों ने किया ।
पुर्तगाली भारत की समयरेखा –
1498
वास्को-डी-गामा कालीकट पहुँचे जहाँ उनका स्वागत जमोरिन ने किया
1503
कोचीन में पहला पुर्तगाली फोर्ट बनाया गया था.
1505
कन्नानोर में दूसरा पुर्तगाली फोर्ट बनाया गया.
1509
मिस्र, अरब और ज़मोरिन के संयुक्त पोत समूह को पुर्तगालियों के पोत द्वारा दीव की लड़ाई में नष्ट कर दिया गया.
1510
अल्फोंसो अल्बुकर्क ने गोवा पर कब्जा कर लिया गया. गोवा पहले बीजापुर सल्तनत का हिस्सा था.
1530
गोवा को पुर्तगालियों की राजधानी घोषित कर दिया गया.
1535
दीव को पूरी तरह से अधीन बना लिया गया.
1539
पुर्तगाली दीव को ओटोमन्स, मिस्र के मामलुक, गुजरात सल्तनत और कालीकट के ज़ोमोरिन के संयुक्त पोतों द्वारा घेर लिया गया. इस युद्ध का अंत पुर्तगालियों की जीत के साथ हुआ.
Unattempted
****भारत के साथ समुद्री व्यापार आरम्भ पुर्तगालियों ने किया ।
पुर्तगाली भारत की समयरेखा –
1498
वास्को-डी-गामा कालीकट पहुँचे जहाँ उनका स्वागत जमोरिन ने किया
1503
कोचीन में पहला पुर्तगाली फोर्ट बनाया गया था.
1505
कन्नानोर में दूसरा पुर्तगाली फोर्ट बनाया गया.
1509
मिस्र, अरब और ज़मोरिन के संयुक्त पोत समूह को पुर्तगालियों के पोत द्वारा दीव की लड़ाई में नष्ट कर दिया गया.
1510
अल्फोंसो अल्बुकर्क ने गोवा पर कब्जा कर लिया गया. गोवा पहले बीजापुर सल्तनत का हिस्सा था.
1530
गोवा को पुर्तगालियों की राजधानी घोषित कर दिया गया.
1535
दीव को पूरी तरह से अधीन बना लिया गया.
1539
पुर्तगाली दीव को ओटोमन्स, मिस्र के मामलुक, गुजरात सल्तनत और कालीकट के ज़ोमोरिन के संयुक्त पोतों द्वारा घेर लिया गया. इस युद्ध का अंत पुर्तगालियों की जीत के साथ हुआ.
Question 4 of 40
4. Question
1 points
ब्रगेन्जा की राजकुमारी कैथरीन के चार्ल्स द्वितीय से विवाह के अवसर पर ब्रिटिश बम्बई दहेज में दिया था.
Correct
व्याख्या-
1661 ई0 में ब्रगेन्जा की राजकुमारी कैथरीन के चार्ल्स द्वितीय के साथ विवाह पर बम्बई को पुर्तगाली सरकार ने इंग्लैण्ड के सम्राट चार्ल्स द्वितीय को दहेज़ में दिया था।
चार्ल्स द्वितीय ने मार्च, 1668 को 10 पौण्ड वार्षिक शुल्क पर बम्बई को ईस्ट इंडिया कंपनी को दे दिया ।
Incorrect
व्याख्या-
1661 ई0 में ब्रगेन्जा की राजकुमारी कैथरीन के चार्ल्स द्वितीय के साथ विवाह पर बम्बई को पुर्तगाली सरकार ने इंग्लैण्ड के सम्राट चार्ल्स द्वितीय को दहेज़ में दिया था।
चार्ल्स द्वितीय ने मार्च, 1668 को 10 पौण्ड वार्षिक शुल्क पर बम्बई को ईस्ट इंडिया कंपनी को दे दिया ।
Unattempted
व्याख्या-
1661 ई0 में ब्रगेन्जा की राजकुमारी कैथरीन के चार्ल्स द्वितीय के साथ विवाह पर बम्बई को पुर्तगाली सरकार ने इंग्लैण्ड के सम्राट चार्ल्स द्वितीय को दहेज़ में दिया था।
चार्ल्स द्वितीय ने मार्च, 1668 को 10 पौण्ड वार्षिक शुल्क पर बम्बई को ईस्ट इंडिया कंपनी को दे दिया ।
Question 5 of 40
5. Question
1 points
निम्नलिखित में से कौन सही सुमेलित है/है.
पुर्तगाल – एस्तादो द इंडिया
फ्रांस – वेरीनिग्दे ओस्ट-इण्डिशे कम्पनिक
हालैण्ड – कम्पनिक दे इन्दे ओरपिन्ताले
नीचे दिये गये कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए
Correct
व्याख्या-
पुर्तगाली कम्पनी – ‘एस्तादो द इंडिया’ ।
फ्रांसीसी कंपनी -“कंपनी द इंड ओरियण्टल
हालैण्ड कंपनी – वेरी निग्गे ओस्ट इण्डिशे कम्पनिक
आंग्ल ईस्ट इंडिया कम्पनी – दि गर्वनर एण्ड दि कम्पनी ऑफ मर्चेन्ट ऑफ लन्दन ट्रेडिंग इन टू दि ईस्ट इंडीज
Incorrect
व्याख्या-
पुर्तगाली कम्पनी – ‘एस्तादो द इंडिया’ ।
फ्रांसीसी कंपनी -“कंपनी द इंड ओरियण्टल
हालैण्ड कंपनी – वेरी निग्गे ओस्ट इण्डिशे कम्पनिक
आंग्ल ईस्ट इंडिया कम्पनी – दि गर्वनर एण्ड दि कम्पनी ऑफ मर्चेन्ट ऑफ लन्दन ट्रेडिंग इन टू दि ईस्ट इंडीज
Unattempted
व्याख्या-
पुर्तगाली कम्पनी – ‘एस्तादो द इंडिया’ ।
फ्रांसीसी कंपनी -“कंपनी द इंड ओरियण्टल
हालैण्ड कंपनी – वेरी निग्गे ओस्ट इण्डिशे कम्पनिक
आंग्ल ईस्ट इंडिया कम्पनी – दि गर्वनर एण्ड दि कम्पनी ऑफ मर्चेन्ट ऑफ लन्दन ट्रेडिंग इन टू दि ईस्ट इंडीज
Question 6 of 40
6. Question
1 points
सूची । एवं सूची । से सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूटों से सही उत्तर का चयन कीजिए
सूची सूची II
A डच 1. गोवा
B इंग्लिश 2. पुलीकट
C पुर्तगीज 3. हुगली
D फ्रेंच 4. चिनसुरा
Correct
व्याख्या-
डचों ने पुलीकट में अपनी फैक्ट्री स्थापित की।
अंग्रेजों ने हुगली में अपनी फैक्ट्रियां स्थापित की।
पुर्तगालियों ने गोवा में अपनी फैक्ट्रियां स्थापित की।
फ्रांसीसियों ने चिनसुरा में अपनी फैक्ट्रियां स्थापित की।
Incorrect
व्याख्या-
डचों ने पुलीकट में अपनी फैक्ट्री स्थापित की।
अंग्रेजों ने हुगली में अपनी फैक्ट्रियां स्थापित की।
पुर्तगालियों ने गोवा में अपनी फैक्ट्रियां स्थापित की।
फ्रांसीसियों ने चिनसुरा में अपनी फैक्ट्रियां स्थापित की।
Unattempted
व्याख्या-
डचों ने पुलीकट में अपनी फैक्ट्री स्थापित की।
अंग्रेजों ने हुगली में अपनी फैक्ट्रियां स्थापित की।
पुर्तगालियों ने गोवा में अपनी फैक्ट्रियां स्थापित की।
फ्रांसीसियों ने चिनसुरा में अपनी फैक्ट्रियां स्थापित की।
Question 7 of 40
7. Question
1 points
प्रारम्भिक यूरोपियन किस भारतीय वस्तु का व्यापार करते थे
Correct
व्याख्या-
प्रारम्भ में यूरोपियन भारत से मुख्य रूप से मसाले का व्यापार करते थे।
यूरोपियन लोग भारत में मसाले के व्यापार के लिए ही आये थे।
यूरोपियन लोग ने बाद में उन्होंने भारत से सर्वाधिक सूती वस्त्र का व्यापार किया।
Incorrect
व्याख्या-
प्रारम्भ में यूरोपियन भारत से मुख्य रूप से मसाले का व्यापार करते थे।
यूरोपियन लोग भारत में मसाले के व्यापार के लिए ही आये थे।
यूरोपियन लोग ने बाद में उन्होंने भारत से सर्वाधिक सूती वस्त्र का व्यापार किया।
Unattempted
व्याख्या-
प्रारम्भ में यूरोपियन भारत से मुख्य रूप से मसाले का व्यापार करते थे।
यूरोपियन लोग भारत में मसाले के व्यापार के लिए ही आये थे।
यूरोपियन लोग ने बाद में उन्होंने भारत से सर्वाधिक सूती वस्त्र का व्यापार किया।
Question 8 of 40
8. Question
1 points
पुर्तगलियों का भारत में किस मूल उद्देश्य के साथ आगमन हुआ
Correct
व्याख्या-
पुर्तगालियों का प्रथम आगमन 1498 ई0 में हुआ था।
वास्कोडिगामा प्रथम पुर्तगाली व्यक्ति था जो भारत आया
पुर्तगालियों का मूल उद्देश्य व्यापार था।
Incorrect
व्याख्या-
पुर्तगालियों का प्रथम आगमन 1498 ई0 में हुआ था।
वास्कोडिगामा प्रथम पुर्तगाली व्यक्ति था जो भारत आया
पुर्तगालियों का मूल उद्देश्य व्यापार था।
Unattempted
व्याख्या-
पुर्तगालियों का प्रथम आगमन 1498 ई0 में हुआ था।
वास्कोडिगामा प्रथम पुर्तगाली व्यक्ति था जो भारत आया
पुर्तगालियों का मूल उद्देश्य व्यापार था।
Question 9 of 40
9. Question
1 points
भारत में पुर्तगालियों ने सर्वप्रथम अपना दुर्ग कहाँ निर्मित किया था?
Correct
व्याख्या-
पुर्तगाली –
यूरोपवासियों में सर्वप्रथम पुर्तगाली भारत आये।
1498
वास्को-डी-गामा कालीकट पहुँचे जहाँ उनका स्वागत जमोरिन ने किया
1503
कोचीन में पहला पुर्तगाली फोर्ट बनाया गया था.
1503 ई० में पुर्तगालियों ने कोचीन में छोटा सा दुर्ग बनाया जो भारत में उनका पहला दुर्ग था।
1505
कन्नानोर में दूसरा पुर्तगाली फोर्ट बनाया गया.
1509
मिस्र, अरब और ज़मोरिन के संयुक्त पोत समूह को पुर्तगालियों के पोत द्वारा दीव की लड़ाई में नष्ट कर दिया गया.
1510
अल्फोंसो अल्बुकर्क ने गोवा पर कब्जा कर लिया गया. गोवा पहले बीजापुर सल्तनत का हिस्सा था.
1530
गोवा को पुर्तगालियों की राजधानी घोषित कर दिया गया.
1535
दीव को पूरी तरह से अधीन बना लिया गया.
1539
पुर्तगाली दीव को ओटोमन्स, मिस्र के मामलुक, गुजरात सल्तनत और कालीकट के ज़ोमोरिन के संयुक्त पोतों द्वारा घेर लिया गया. इस युद्ध का अंत पुर्तगालियों की जीत के साथ हुआ.
Incorrect
व्याख्या-
पुर्तगाली –
यूरोपवासियों में सर्वप्रथम पुर्तगाली भारत आये।
1498
वास्को-डी-गामा कालीकट पहुँचे जहाँ उनका स्वागत जमोरिन ने किया
1503
कोचीन में पहला पुर्तगाली फोर्ट बनाया गया था.
1503 ई० में पुर्तगालियों ने कोचीन में छोटा सा दुर्ग बनाया जो भारत में उनका पहला दुर्ग था।
1505
कन्नानोर में दूसरा पुर्तगाली फोर्ट बनाया गया.
1509
मिस्र, अरब और ज़मोरिन के संयुक्त पोत समूह को पुर्तगालियों के पोत द्वारा दीव की लड़ाई में नष्ट कर दिया गया.
1510
अल्फोंसो अल्बुकर्क ने गोवा पर कब्जा कर लिया गया. गोवा पहले बीजापुर सल्तनत का हिस्सा था.
1530
गोवा को पुर्तगालियों की राजधानी घोषित कर दिया गया.
1535
दीव को पूरी तरह से अधीन बना लिया गया.
1539
पुर्तगाली दीव को ओटोमन्स, मिस्र के मामलुक, गुजरात सल्तनत और कालीकट के ज़ोमोरिन के संयुक्त पोतों द्वारा घेर लिया गया. इस युद्ध का अंत पुर्तगालियों की जीत के साथ हुआ.
Unattempted
व्याख्या-
पुर्तगाली –
यूरोपवासियों में सर्वप्रथम पुर्तगाली भारत आये।
1498
वास्को-डी-गामा कालीकट पहुँचे जहाँ उनका स्वागत जमोरिन ने किया
1503
कोचीन में पहला पुर्तगाली फोर्ट बनाया गया था.
1503 ई० में पुर्तगालियों ने कोचीन में छोटा सा दुर्ग बनाया जो भारत में उनका पहला दुर्ग था।
1505
कन्नानोर में दूसरा पुर्तगाली फोर्ट बनाया गया.
1509
मिस्र, अरब और ज़मोरिन के संयुक्त पोत समूह को पुर्तगालियों के पोत द्वारा दीव की लड़ाई में नष्ट कर दिया गया.
1510
अल्फोंसो अल्बुकर्क ने गोवा पर कब्जा कर लिया गया. गोवा पहले बीजापुर सल्तनत का हिस्सा था.
1530
गोवा को पुर्तगालियों की राजधानी घोषित कर दिया गया.
1535
दीव को पूरी तरह से अधीन बना लिया गया.
1539
पुर्तगाली दीव को ओटोमन्स, मिस्र के मामलुक, गुजरात सल्तनत और कालीकट के ज़ोमोरिन के संयुक्त पोतों द्वारा घेर लिया गया. इस युद्ध का अंत पुर्तगालियों की जीत के साथ हुआ.
Question 10 of 40
10. Question
1 points
भारत में पुर्तगाली साम्राज्य के संस्थापक का नाम बताइये?
Correct
व्याख्या –
अल्फांसो डी अल्बूकर्क (1509 से 1515)-
1508 में भारत स्क्वैड्रन कमांडर के रूप में आया था 1509 में इसे भारत में वायसराय नियुक्त कर दिया गया अलफांसो डी अल्बूकर्क को भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक के रूप में माना जाता है ।
अल्बूकर्क ने कोचीन को अपना मुख्यालय बनाया।
अल्बूकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक आदिलशाह से गोवा को छीन लिया जो बाद में भारत में पुर्तगाली व्यापारिक केंद्रों की राजधानी बनाई गई ।
अल्बूकर्क ने 1511 ई. में दक्षिण पूर्व एशिया के व्यापारिक मंडी मलक्का और हुर्मुज पर अधिकार कर लिया इसके समय में पुर्तगाली भारत में शक्तिशाली नौसैनिक शक्ति के रूप में उभरे ।
विजय नगर शासक कृष्णदेव राय ने पुर्तगालियों को भटकल में दुर्ग बनाने की इजाजत दी अल्बूकर्क में पुर्तगालियों को भारतीय स्त्रियों से विवाह करने के लिए प्रोत्साहित किया ।
अल्बूकर्क ने अपनी सेना में भारतीयों की भी भर्ती की।
Incorrect
व्याख्या –
अल्फांसो डी अल्बूकर्क (1509 से 1515)-
1508 में भारत स्क्वैड्रन कमांडर के रूप में आया था 1509 में इसे भारत में वायसराय नियुक्त कर दिया गया अलफांसो डी अल्बूकर्क को भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक के रूप में माना जाता है ।
अल्बूकर्क ने कोचीन को अपना मुख्यालय बनाया।
अल्बूकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक आदिलशाह से गोवा को छीन लिया जो बाद में भारत में पुर्तगाली व्यापारिक केंद्रों की राजधानी बनाई गई ।
अल्बूकर्क ने 1511 ई. में दक्षिण पूर्व एशिया के व्यापारिक मंडी मलक्का और हुर्मुज पर अधिकार कर लिया इसके समय में पुर्तगाली भारत में शक्तिशाली नौसैनिक शक्ति के रूप में उभरे ।
विजय नगर शासक कृष्णदेव राय ने पुर्तगालियों को भटकल में दुर्ग बनाने की इजाजत दी अल्बूकर्क में पुर्तगालियों को भारतीय स्त्रियों से विवाह करने के लिए प्रोत्साहित किया ।
अल्बूकर्क ने अपनी सेना में भारतीयों की भी भर्ती की।
Unattempted
व्याख्या –
अल्फांसो डी अल्बूकर्क (1509 से 1515)-
1508 में भारत स्क्वैड्रन कमांडर के रूप में आया था 1509 में इसे भारत में वायसराय नियुक्त कर दिया गया अलफांसो डी अल्बूकर्क को भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक के रूप में माना जाता है ।
अल्बूकर्क ने कोचीन को अपना मुख्यालय बनाया।
अल्बूकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक आदिलशाह से गोवा को छीन लिया जो बाद में भारत में पुर्तगाली व्यापारिक केंद्रों की राजधानी बनाई गई ।
अल्बूकर्क ने 1511 ई. में दक्षिण पूर्व एशिया के व्यापारिक मंडी मलक्का और हुर्मुज पर अधिकार कर लिया इसके समय में पुर्तगाली भारत में शक्तिशाली नौसैनिक शक्ति के रूप में उभरे ।
विजय नगर शासक कृष्णदेव राय ने पुर्तगालियों को भटकल में दुर्ग बनाने की इजाजत दी अल्बूकर्क में पुर्तगालियों को भारतीय स्त्रियों से विवाह करने के लिए प्रोत्साहित किया ।
अल्बूकर्क ने अपनी सेना में भारतीयों की भी भर्ती की।
Question 11 of 40
11. Question
1 points
निम्नलिखित में से किसने वास्कोडिगामा का कालीकट में स्वागत किया था
Correct
व्याख्या-
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
Incorrect
व्याख्या-
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
Unattempted
व्याख्या-
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
Question 12 of 40
12. Question
1 points
भारत में पुर्तगालियों का प्रथम व्यापारिक केन्द्र था
Correct
व्याख्या-
पुर्तगालियों ने 1503 में कोचीन व 1505 में कन्नूर में व्यापारिक कोठियां स्थापित की।
पुर्तगाली गर्वनर अल्बुकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक युसुफ आदिलशाह से गोवा जीत लिया और यहाँ उसने बस्ती बसाने पर जोर दिया।
भारत में पुर्तगालियों का प्रथम मुख्य व्यापारिक केन्द्र गोवा था
Incorrect
व्याख्या-
पुर्तगालियों ने 1503 में कोचीन व 1505 में कन्नूर में व्यापारिक कोठियां स्थापित की।
पुर्तगाली गर्वनर अल्बुकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक युसुफ आदिलशाह से गोवा जीत लिया और यहाँ उसने बस्ती बसाने पर जोर दिया।
भारत में पुर्तगालियों का प्रथम मुख्य व्यापारिक केन्द्र गोवा था
Unattempted
व्याख्या-
पुर्तगालियों ने 1503 में कोचीन व 1505 में कन्नूर में व्यापारिक कोठियां स्थापित की।
पुर्तगाली गर्वनर अल्बुकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक युसुफ आदिलशाह से गोवा जीत लिया और यहाँ उसने बस्ती बसाने पर जोर दिया।
भारत में पुर्तगालियों का प्रथम मुख्य व्यापारिक केन्द्र गोवा था
Question 13 of 40
13. Question
1 points
भारत में यूरोपीय व्यापारियों के आगमन का सही क्रम निम्नलिखित में से कौन सा है?
Correct
व्याख्या-
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
यूरोपीय कंपनी के गठन का क्रम
पुर्तगाली
ब्रिटिश
डच
डेन
फ्रेंच
Incorrect
व्याख्या-
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
यूरोपीय कंपनी के गठन का क्रम
पुर्तगाली
ब्रिटिश
डच
डेन
फ्रेंच
Unattempted
व्याख्या-
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
यूरोपीय कंपनी के गठन का क्रम
पुर्तगाली
ब्रिटिश
डच
डेन
फ्रेंच
Question 14 of 40
14. Question
1 points
आरम्भ में यूरोपीय व्यापारियों की रूचि किसमें थी.
Correct
व्याख्या-
आरम्भ में यूरोपीय व्यापारियों की रूचि मसालों के व्यापार में थी
यूरोपीय व्यापारियों ने बाद में सर्वाधिक सूती कपड़े का व्यापार किया।
Incorrect
व्याख्या-
आरम्भ में यूरोपीय व्यापारियों की रूचि मसालों के व्यापार में थी
यूरोपीय व्यापारियों ने बाद में सर्वाधिक सूती कपड़े का व्यापार किया।
Unattempted
व्याख्या-
आरम्भ में यूरोपीय व्यापारियों की रूचि मसालों के व्यापार में थी
यूरोपीय व्यापारियों ने बाद में सर्वाधिक सूती कपड़े का व्यापार किया।
Question 15 of 40
15. Question
1 points
भारत में पुर्तगालियों के प्रति अरब व्यापारियों की क्या प्रतिक्रिया थी
Correct
व्याख्या-
पुर्तगालियों के आगमन के समय एशिया के अधिकांश व्यापार पर अरबी व्यापारियों का कब्जा था।
पुर्तगालियों का भारत आगमन अरबी व्यापारियों के व्यापारिक हितों को प्रतिकूल था।
जब वास्कोडिगामा कालीकट पहुँचा तो वहाँ बसे हुये अरब व्यापारियों ने वास्कोडिगामा का विरोध किया।
Incorrect
व्याख्या-
पुर्तगालियों के आगमन के समय एशिया के अधिकांश व्यापार पर अरबी व्यापारियों का कब्जा था।
पुर्तगालियों का भारत आगमन अरबी व्यापारियों के व्यापारिक हितों को प्रतिकूल था।
जब वास्कोडिगामा कालीकट पहुँचा तो वहाँ बसे हुये अरब व्यापारियों ने वास्कोडिगामा का विरोध किया।
Unattempted
व्याख्या-
पुर्तगालियों के आगमन के समय एशिया के अधिकांश व्यापार पर अरबी व्यापारियों का कब्जा था।
पुर्तगालियों का भारत आगमन अरबी व्यापारियों के व्यापारिक हितों को प्रतिकूल था।
जब वास्कोडिगामा कालीकट पहुँचा तो वहाँ बसे हुये अरब व्यापारियों ने वास्कोडिगामा का विरोध किया।
Question 16 of 40
16. Question
1 points
पुर्तगलियों ने गोवा पर अधिकार कब किया
Correct
व्याख्या-
अल्फांसो डी अल्बूकर्क (1509 से 1515)
1508 में भारत स्क्वैड्रन कमांडर के रूप में आया था 1509 में इसे भारत में वायसराय नियुक्त कर दिया गया अलफांसो डी अल्बूकर्क को भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक के रूप में माना जाता है ।
अल्बूकर्क ने कोचीन को अपना मुख्यालय बनाया।
अल्बूकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक आदिलशाह से गोवा को छीन लिया जो बाद में भारत में पुर्तगाली व्यापारिक केंद्रों की राजधानी बनाई गई
अल्बूकर्क ने 1511 ई. में दक्षिण पूर्व एशिया के व्यापारिक मंडी मलक्का और हुर्मुज पर अधिकार कर लिया इसके समय में पुर्तगाली भारत में शक्तिशाली नौसैनिक शक्ति के रूप में उभरे ।
विजय नगर शासक कृष्णदेव राय ने पुर्तगालियों को भटकल में दुर्ग बनाने की इजाजत दी अल्बूकर्क में पुर्तगालियों को भारतीय स्त्रियों से विवाह करने के लिए प्रोत्साहित किया ।
अल्बूकर्क ने अपनी सेना में भारतीयों की भी भर्ती की।
Incorrect
व्याख्या-
अल्फांसो डी अल्बूकर्क (1509 से 1515)
1508 में भारत स्क्वैड्रन कमांडर के रूप में आया था 1509 में इसे भारत में वायसराय नियुक्त कर दिया गया अलफांसो डी अल्बूकर्क को भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक के रूप में माना जाता है ।
अल्बूकर्क ने कोचीन को अपना मुख्यालय बनाया।
अल्बूकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक आदिलशाह से गोवा को छीन लिया जो बाद में भारत में पुर्तगाली व्यापारिक केंद्रों की राजधानी बनाई गई
अल्बूकर्क ने 1511 ई. में दक्षिण पूर्व एशिया के व्यापारिक मंडी मलक्का और हुर्मुज पर अधिकार कर लिया इसके समय में पुर्तगाली भारत में शक्तिशाली नौसैनिक शक्ति के रूप में उभरे ।
विजय नगर शासक कृष्णदेव राय ने पुर्तगालियों को भटकल में दुर्ग बनाने की इजाजत दी अल्बूकर्क में पुर्तगालियों को भारतीय स्त्रियों से विवाह करने के लिए प्रोत्साहित किया ।
अल्बूकर्क ने अपनी सेना में भारतीयों की भी भर्ती की।
Unattempted
व्याख्या-
अल्फांसो डी अल्बूकर्क (1509 से 1515)
1508 में भारत स्क्वैड्रन कमांडर के रूप में आया था 1509 में इसे भारत में वायसराय नियुक्त कर दिया गया अलफांसो डी अल्बूकर्क को भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक के रूप में माना जाता है ।
अल्बूकर्क ने कोचीन को अपना मुख्यालय बनाया।
अल्बूकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक आदिलशाह से गोवा को छीन लिया जो बाद में भारत में पुर्तगाली व्यापारिक केंद्रों की राजधानी बनाई गई
अल्बूकर्क ने 1511 ई. में दक्षिण पूर्व एशिया के व्यापारिक मंडी मलक्का और हुर्मुज पर अधिकार कर लिया इसके समय में पुर्तगाली भारत में शक्तिशाली नौसैनिक शक्ति के रूप में उभरे ।
विजय नगर शासक कृष्णदेव राय ने पुर्तगालियों को भटकल में दुर्ग बनाने की इजाजत दी अल्बूकर्क में पुर्तगालियों को भारतीय स्त्रियों से विवाह करने के लिए प्रोत्साहित किया ।
अल्बूकर्क ने अपनी सेना में भारतीयों की भी भर्ती की।
Question 17 of 40
17. Question
1 points
निम्नलिखित में से कौन सा स्थान पुर्तगालियों के अधिकार में नहीं था- .
Correct
व्याख्या-
पुर्तगाली गवर्नर नीनो डी कुन्हा के समय भारत में कई व्यापारिक बस्तियाँ स्थापित हुयीं थीं।
नीनो डी कुन्हा ने मद्रास के निकट सेन्ट थोमे और बंगाल में हुगली में पुर्तगाली बस्तियाँ स्थापित की ।
नीनो डी कुन्हा ने 1534 ई0 में बेसीन पर अधिकार कर लिया
नीनो डी कुन्हा ने 1535 ई0 में दीव पर अधिकार कर लिया।
1552 ई0 में दमन पर भी पुर्तगालियों का अधिकार हो गया।
मछलीपट्टनम पुर्तगालियों के अधीन नहीं था
मछलीपट्टनम में डचों ने अपना प्रथम व्यापारिक केन्द्र स्थापित किया था
Incorrect
व्याख्या-
पुर्तगाली गवर्नर नीनो डी कुन्हा के समय भारत में कई व्यापारिक बस्तियाँ स्थापित हुयीं थीं।
नीनो डी कुन्हा ने मद्रास के निकट सेन्ट थोमे और बंगाल में हुगली में पुर्तगाली बस्तियाँ स्थापित की ।
नीनो डी कुन्हा ने 1534 ई0 में बेसीन पर अधिकार कर लिया
नीनो डी कुन्हा ने 1535 ई0 में दीव पर अधिकार कर लिया।
1552 ई0 में दमन पर भी पुर्तगालियों का अधिकार हो गया।
मछलीपट्टनम पुर्तगालियों के अधीन नहीं था
मछलीपट्टनम में डचों ने अपना प्रथम व्यापारिक केन्द्र स्थापित किया था
Unattempted
व्याख्या-
पुर्तगाली गवर्नर नीनो डी कुन्हा के समय भारत में कई व्यापारिक बस्तियाँ स्थापित हुयीं थीं।
नीनो डी कुन्हा ने मद्रास के निकट सेन्ट थोमे और बंगाल में हुगली में पुर्तगाली बस्तियाँ स्थापित की ।
नीनो डी कुन्हा ने 1534 ई0 में बेसीन पर अधिकार कर लिया
नीनो डी कुन्हा ने 1535 ई0 में दीव पर अधिकार कर लिया।
1552 ई0 में दमन पर भी पुर्तगालियों का अधिकार हो गया।
मछलीपट्टनम पुर्तगालियों के अधीन नहीं था
मछलीपट्टनम में डचों ने अपना प्रथम व्यापारिक केन्द्र स्थापित किया था
Question 18 of 40
18. Question
1 points
वास्कोडिगामा कालीकट में किस वर्ष पहुँचा
Correct
व्याख्या-
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
पुर्तगाल यात्री वास्कोडिगामा ही सर्वप्रथम समुद्री मार्ग से भारत पहुँचने में सफल हुआ।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
Incorrect
व्याख्या-
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
पुर्तगाल यात्री वास्कोडिगामा ही सर्वप्रथम समुद्री मार्ग से भारत पहुँचने में सफल हुआ।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
Unattempted
व्याख्या-
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
पुर्तगाल यात्री वास्कोडिगामा ही सर्वप्रथम समुद्री मार्ग से भारत पहुँचने में सफल हुआ।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
Question 19 of 40
19. Question
1 points
निम्न विदेशी शक्तियों ने भारत में अपना व्यापारिक केन्द्र स्थापित किया था। उनके भारत में प्रवेश को तिथि क्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए तथा नीचे दिये गये कूट से सही उत्तर का चुनिए
(a) ब्रिटिश
(b) डच
(c) फ्रांसीसी
(d) पुर्तगीज
Correct
व्याख्या-
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
यूरोपीय कंपनी के गठन का क्रम
पुर्तगाली
ब्रिटिश
डच
डेन
फ्रेंच
अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 1600 में हुई
1608 ई0 में अंग्रेज सूरत में अपनी पहली फैक्ट्री स्थापित की
1605 ई0 में डच नौसेनानायक बादेर हेग ने भारत के मसुलीपट्टनम में प्रथम डच फैक्ट्री की स्थापना की
भारत में फ्रांसीसियों की पहली कोठी को कैरो द्वारा सन 1668 में सूरत में स्थापित हुयी थी।
Incorrect
व्याख्या-
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
यूरोपीय कंपनी के गठन का क्रम
पुर्तगाली
ब्रिटिश
डच
डेन
फ्रेंच
अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 1600 में हुई
1608 ई0 में अंग्रेज सूरत में अपनी पहली फैक्ट्री स्थापित की
1605 ई0 में डच नौसेनानायक बादेर हेग ने भारत के मसुलीपट्टनम में प्रथम डच फैक्ट्री की स्थापना की
भारत में फ्रांसीसियों की पहली कोठी को कैरो द्वारा सन 1668 में सूरत में स्थापित हुयी थी।
Unattempted
व्याख्या-
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
यूरोपीय कंपनी के गठन का क्रम
पुर्तगाली
ब्रिटिश
डच
डेन
फ्रेंच
अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 1600 में हुई
1608 ई0 में अंग्रेज सूरत में अपनी पहली फैक्ट्री स्थापित की
1605 ई0 में डच नौसेनानायक बादेर हेग ने भारत के मसुलीपट्टनम में प्रथम डच फैक्ट्री की स्थापना की
भारत में फ्रांसीसियों की पहली कोठी को कैरो द्वारा सन 1668 में सूरत में स्थापित हुयी थी।
Question 20 of 40
20. Question
1 points
बीजापुर के सुल्तान से गोवा को छीनने वाला प्रथम युरोपीय कौन था.
Correct
व्याख्या-
अल्फांसो डी अल्बूकर्क (1509 से 1515)
1508 में भारत स्क्वैड्रन कमांडर के रूप में आया था 1509 में इसे भारत में वायसराय नियुक्त कर दिया गया अलफांसो डी अल्बूकर्क को भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक के रूप में माना जाता है ।
अल्बूकर्क ने कोचीन को अपना मुख्यालय बनाया।
अल्बूकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक आदिलशाह से गोवा को छीन लिया जो बाद में भारत में पुर्तगाली व्यापारिक केंद्रों की राजधानी बनाई गई ।
अल्बूकर्क ने 1511 ई. में दक्षिण पूर्व एशिया के व्यापारिक मंडी मलक्का और हुर्मुज पर अधिकार कर लिया इसके समय में पुर्तगाली भारत में शक्तिशाली नौसैनिक शक्ति के रूप में उभरे ।
विजय नगर शासक कृष्णदेव राय ने पुर्तगालियों को भटकल में दुर्ग बनाने की इजाजत दी अल्बूकर्क में पुर्तगालियों को भारतीय स्त्रियों से विवाह करने के लिए प्रोत्साहित किया ।
अल्बूकर्क ने अपनी सेना में भारतीयों की भी भर्ती की।
Incorrect
व्याख्या-
अल्फांसो डी अल्बूकर्क (1509 से 1515)
1508 में भारत स्क्वैड्रन कमांडर के रूप में आया था 1509 में इसे भारत में वायसराय नियुक्त कर दिया गया अलफांसो डी अल्बूकर्क को भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक के रूप में माना जाता है ।
अल्बूकर्क ने कोचीन को अपना मुख्यालय बनाया।
अल्बूकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक आदिलशाह से गोवा को छीन लिया जो बाद में भारत में पुर्तगाली व्यापारिक केंद्रों की राजधानी बनाई गई ।
अल्बूकर्क ने 1511 ई. में दक्षिण पूर्व एशिया के व्यापारिक मंडी मलक्का और हुर्मुज पर अधिकार कर लिया इसके समय में पुर्तगाली भारत में शक्तिशाली नौसैनिक शक्ति के रूप में उभरे ।
विजय नगर शासक कृष्णदेव राय ने पुर्तगालियों को भटकल में दुर्ग बनाने की इजाजत दी अल्बूकर्क में पुर्तगालियों को भारतीय स्त्रियों से विवाह करने के लिए प्रोत्साहित किया ।
अल्बूकर्क ने अपनी सेना में भारतीयों की भी भर्ती की।
Unattempted
व्याख्या-
अल्फांसो डी अल्बूकर्क (1509 से 1515)
1508 में भारत स्क्वैड्रन कमांडर के रूप में आया था 1509 में इसे भारत में वायसराय नियुक्त कर दिया गया अलफांसो डी अल्बूकर्क को भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक के रूप में माना जाता है ।
अल्बूकर्क ने कोचीन को अपना मुख्यालय बनाया।
अल्बूकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक आदिलशाह से गोवा को छीन लिया जो बाद में भारत में पुर्तगाली व्यापारिक केंद्रों की राजधानी बनाई गई ।
अल्बूकर्क ने 1511 ई. में दक्षिण पूर्व एशिया के व्यापारिक मंडी मलक्का और हुर्मुज पर अधिकार कर लिया इसके समय में पुर्तगाली भारत में शक्तिशाली नौसैनिक शक्ति के रूप में उभरे ।
विजय नगर शासक कृष्णदेव राय ने पुर्तगालियों को भटकल में दुर्ग बनाने की इजाजत दी अल्बूकर्क में पुर्तगालियों को भारतीय स्त्रियों से विवाह करने के लिए प्रोत्साहित किया ।
अल्बूकर्क ने अपनी सेना में भारतीयों की भी भर्ती की।
Question 21 of 40
21. Question
1 points
. निम्नलिखित में से कौन यूरोपवासी सर्वप्रथम भारत आये-
Correct
व्याख्या-
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
यूरोपीय कंपनी के गठन का क्रम
पुर्तगाली
ब्रिटिश
डच
डेन
फ्रेंच
अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 1600 में हुई
1608 ई0 में अंग्रेज सूरत में अपनी पहली फैक्ट्री स्थापित की
1605 ई0 में डच नौसेनानायक बादेर हेग ने भारत के मसुलीपट्टनम में प्रथम डच फैक्ट्री की स्थापना की
भारत में फ्रांसीसियों की पहली कोठी को कैरो द्वारा सन 1668 में सूरत में स्थापित हुयी थी।
Incorrect
व्याख्या-
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
यूरोपीय कंपनी के गठन का क्रम
पुर्तगाली
ब्रिटिश
डच
डेन
फ्रेंच
अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 1600 में हुई
1608 ई0 में अंग्रेज सूरत में अपनी पहली फैक्ट्री स्थापित की
1605 ई0 में डच नौसेनानायक बादेर हेग ने भारत के मसुलीपट्टनम में प्रथम डच फैक्ट्री की स्थापना की
भारत में फ्रांसीसियों की पहली कोठी को कैरो द्वारा सन 1668 में सूरत में स्थापित हुयी थी।
Unattempted
व्याख्या-
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
यूरोपीय कंपनी के गठन का क्रम
पुर्तगाली
ब्रिटिश
डच
डेन
फ्रेंच
अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 1600 में हुई
1608 ई0 में अंग्रेज सूरत में अपनी पहली फैक्ट्री स्थापित की
1605 ई0 में डच नौसेनानायक बादेर हेग ने भारत के मसुलीपट्टनम में प्रथम डच फैक्ट्री की स्थापना की
भारत में फ्रांसीसियों की पहली कोठी को कैरो द्वारा सन 1668 में सूरत में स्थापित हुयी थी।
Question 22 of 40
22. Question
1 points
द्वितीय पुर्तगाली (वाणिज्यिक) अभियान के नेता का नाम था
Correct
व्याख्या.
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
1500 ई0 में द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान भारत पहुँचा।
पेड्रो अल्बरेज क्रेबाल ने द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान का नेतृत्व किया था।
Incorrect
व्याख्या.
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
1500 ई0 में द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान भारत पहुँचा।
पेड्रो अल्बरेज क्रेबाल ने द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान का नेतृत्व किया था।
Unattempted
व्याख्या.
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
1500 ई0 में द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान भारत पहुँचा।
पेड्रो अल्बरेज क्रेबाल ने द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान का नेतृत्व किया था।
Question 23 of 40
23. Question
1 points
चार्ल्स द्वितीय द्वारा बम्बई ईस्ट इंडिया कंपनी को कब हस्तांतरित किया गया?
Correct
व्याख्या-
1661 ई० में इंग्लैण्ड के राजा चार्ल्स द्वितीय का विवाह पुर्तगाली राजकुमारी कैथरीन बेगेन्जा के साथ हुआ।
चार्ल्स द्वितीय को बम्बई पुर्तगालियों से दहेज के रूप में प्राप्त हुआ।
1668 ई० में चार्ल्स द्वितीय ने बम्बई 10 पौण्ड वार्षिक किराया लेकर ईस्ट इंडिया कंपनी को ले दिया
1687 ई० में सूरत के स्थान पर बम्बई अंग्रेजों की मुख्य व्यापारिक बस्ती बन गयी।
Incorrect
व्याख्या-
1661 ई० में इंग्लैण्ड के राजा चार्ल्स द्वितीय का विवाह पुर्तगाली राजकुमारी कैथरीन बेगेन्जा के साथ हुआ।
चार्ल्स द्वितीय को बम्बई पुर्तगालियों से दहेज के रूप में प्राप्त हुआ।
1668 ई० में चार्ल्स द्वितीय ने बम्बई 10 पौण्ड वार्षिक किराया लेकर ईस्ट इंडिया कंपनी को ले दिया
1687 ई० में सूरत के स्थान पर बम्बई अंग्रेजों की मुख्य व्यापारिक बस्ती बन गयी।
Unattempted
व्याख्या-
1661 ई० में इंग्लैण्ड के राजा चार्ल्स द्वितीय का विवाह पुर्तगाली राजकुमारी कैथरीन बेगेन्जा के साथ हुआ।
चार्ल्स द्वितीय को बम्बई पुर्तगालियों से दहेज के रूप में प्राप्त हुआ।
1668 ई० में चार्ल्स द्वितीय ने बम्बई 10 पौण्ड वार्षिक किराया लेकर ईस्ट इंडिया कंपनी को ले दिया
1687 ई० में सूरत के स्थान पर बम्बई अंग्रेजों की मुख्य व्यापारिक बस्ती बन गयी।
Question 24 of 40
24. Question
1 points
पुर्तगालियों से साल्सेट और बेसीन मराठों ने कब जीत लिये?
Correct
व्याख्या-
बालाजी विश्वनाथ की मृत्यु के बाद बाजीराव प्रथम (1700 – 1740) पेशवा बना।
बाजीराव प्रथम शिवाजी के बाद दूसरा सबसे महान मराठा सरदार था।
1739 में बसीन और सालसेट का क्षेत्र बाजीराव प्रथम के समय में मराठा चिम्नाजी अप्पा ने पुर्तगालियों से छीन लिया।
Incorrect
व्याख्या-
बालाजी विश्वनाथ की मृत्यु के बाद बाजीराव प्रथम (1700 – 1740) पेशवा बना।
बाजीराव प्रथम शिवाजी के बाद दूसरा सबसे महान मराठा सरदार था।
1739 में बसीन और सालसेट का क्षेत्र बाजीराव प्रथम के समय में मराठा चिम्नाजी अप्पा ने पुर्तगालियों से छीन लिया।
Unattempted
व्याख्या-
बालाजी विश्वनाथ की मृत्यु के बाद बाजीराव प्रथम (1700 – 1740) पेशवा बना।
बाजीराव प्रथम शिवाजी के बाद दूसरा सबसे महान मराठा सरदार था।
1739 में बसीन और सालसेट का क्षेत्र बाजीराव प्रथम के समय में मराठा चिम्नाजी अप्पा ने पुर्तगालियों से छीन लिया।
Question 25 of 40
25. Question
1 points
निम्नलिखित में से किस यूरोपीयवासी ने सर्वप्रथम भारत आकर अपने देश के साथ व्यापारिक सम्बन्ध स्थापित किया था?
Correct
व्याख्या-
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
1500 ई0 में द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान भारत पहुँचा।
पेड्रो अल्बरेज केबाल ने द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान का नेतृत्व किया था।
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम-
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
Incorrect
व्याख्या-
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
1500 ई0 में द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान भारत पहुँचा।
पेड्रो अल्बरेज केबाल ने द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान का नेतृत्व किया था।
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम-
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
Unattempted
व्याख्या-
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
1500 ई0 में द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान भारत पहुँचा।
पेड्रो अल्बरेज केबाल ने द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान का नेतृत्व किया था।
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम-
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
Question 26 of 40
26. Question
1 points
निम्नलिखित विदेशी शक्तियां भारत वर्ष में अपने व्यापार केन्द्र स्थापित किए
डच
अंग्रेज
फ्रांसीसी
पुर्तगाली
निम्न कूट की सहायता से इनका तिथि क्रम बताइये.
Correct
व्याख्या-
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
यूरोपीय कंपनी के गठन का क्रम
पुर्तगाली
ब्रिटिश
डच
डेन
फ्रेंच
अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 1600 में हुई
1608 ई0 में अंग्रेज सूरत में अपनी पहली फैक्ट्री स्थापित की
1605 ई0 में डच नौसेनानायक बादेर हेग ने भारत के मसुलीपट्टनम में प्रथम डच फैक्ट्री की स्थापना की
भारत में फ्रांसीसियों की पहली कोठी को कैरो द्वारा सन 1668 में सूरत में स्थापित हुयी थी।
Incorrect
व्याख्या-
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
यूरोपीय कंपनी के गठन का क्रम
पुर्तगाली
ब्रिटिश
डच
डेन
फ्रेंच
अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 1600 में हुई
1608 ई0 में अंग्रेज सूरत में अपनी पहली फैक्ट्री स्थापित की
1605 ई0 में डच नौसेनानायक बादेर हेग ने भारत के मसुलीपट्टनम में प्रथम डच फैक्ट्री की स्थापना की
भारत में फ्रांसीसियों की पहली कोठी को कैरो द्वारा सन 1668 में सूरत में स्थापित हुयी थी।
Unattempted
व्याख्या-
भारत में यूरोपियों के आने का क्रम
पुर्तगाली 1498 ई.
डच 1595 ई
ब्रिटिश 1600 ई.
डेन 1616 ई
फ्रेंचे 1664 ई
यूरोपीय कंपनी के गठन का क्रम
पुर्तगाली
ब्रिटिश
डच
डेन
फ्रेंच
अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 1600 में हुई
1608 ई0 में अंग्रेज सूरत में अपनी पहली फैक्ट्री स्थापित की
1605 ई0 में डच नौसेनानायक बादेर हेग ने भारत के मसुलीपट्टनम में प्रथम डच फैक्ट्री की स्थापना की
भारत में फ्रांसीसियों की पहली कोठी को कैरो द्वारा सन 1668 में सूरत में स्थापित हुयी थी।
Question 27 of 40
27. Question
1 points
वास्कोडिगामा के कालीकट पहुंचने पर यहाँ के शासक की क्या प्रतिक्रिया थी
Correct
व्याख्या-
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
1500 ई0 में द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान भारत पहुँचा।
पेड्रो अल्बरेज क्रेबाल ने द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान का नेतृत्व किया था।
Incorrect
व्याख्या-
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
1500 ई0 में द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान भारत पहुँचा।
पेड्रो अल्बरेज क्रेबाल ने द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान का नेतृत्व किया था।
Unattempted
व्याख्या-
मई, 1498 ई0 को कालीकट के प्रसिद्ध बंदरगाह कप्पकडाबू’ नामक स्थान पर वास्कोडिगामा का बेड़ा पहुँचा।
कालीकट के हिन्दू राजा ने, जिसकी उपाधि, “जमोरिन’ थी, जमोरिन’ ने वास्कोडिगामा का स्वागत किया
जमोरिन’ ने उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने कीअनुमति प्रदान की।
1500 ई0 में द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान भारत पहुँचा।
पेड्रो अल्बरेज क्रेबाल ने द्वितीय पुर्तगाली वाणिज्यिक अभियान का नेतृत्व किया था।
Question 28 of 40
28. Question
1 points
यूरोपीय व्यापारियों में पुर्तगाली भारत में असफल रहे क्योंकि
Correct
व्याख्या-
प्रारम्भ में युरोपीय व्यापारियों में पुर्तगीजों की नौ सैनिक शक्ति मजबूत थी,
डचों एवं अंग्रेजों आने बाद में पुर्तगाली नौसैनिक शक्ति में पिछड़ गये।
अंग्रेजों ने पुर्तगालीयो को 1612 में स्वाल्ली के युद्ध में पराजित किया।
Incorrect
व्याख्या-
प्रारम्भ में युरोपीय व्यापारियों में पुर्तगीजों की नौ सैनिक शक्ति मजबूत थी,
डचों एवं अंग्रेजों आने बाद में पुर्तगाली नौसैनिक शक्ति में पिछड़ गये।
अंग्रेजों ने पुर्तगालीयो को 1612 में स्वाल्ली के युद्ध में पराजित किया।
Unattempted
व्याख्या-
प्रारम्भ में युरोपीय व्यापारियों में पुर्तगीजों की नौ सैनिक शक्ति मजबूत थी,
डचों एवं अंग्रेजों आने बाद में पुर्तगाली नौसैनिक शक्ति में पिछड़ गये।
अंग्रेजों ने पुर्तगालीयो को 1612 में स्वाल्ली के युद्ध में पराजित किया।
Question 29 of 40
29. Question
1 points
भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का सबसे पहला वायसराय कौन था
Correct
व्याख्या-
फ्रांसिस्को डी अल्मीडा (1505-1509 ई.)-
अल्मीडा को भारत का प्रथम पुर्तगाली गवर्नर बनाया गया।
अल्मीडा का प्रमुख उद्देश्य हिन्द महासागर के व्यापार पर पुर्तगाली नियंत्रण स्थापित करना था।
हिन्द महासागर के व्यापार पर पुर्तगाली नियंत्रण के लिए अल्मीडा ने ब्लू वॉटर पॉलिसी (शांत जल को नीति) अपनाई।
भारत सहित संपूर्ण हिन्द महासागर के पुर्तगाली साम्राज्य को एस्तादो द इंडिया नाम दिया गया।
Incorrect
व्याख्या-
फ्रांसिस्को डी अल्मीडा (1505-1509 ई.)-
अल्मीडा को भारत का प्रथम पुर्तगाली गवर्नर बनाया गया।
अल्मीडा का प्रमुख उद्देश्य हिन्द महासागर के व्यापार पर पुर्तगाली नियंत्रण स्थापित करना था।
हिन्द महासागर के व्यापार पर पुर्तगाली नियंत्रण के लिए अल्मीडा ने ब्लू वॉटर पॉलिसी (शांत जल को नीति) अपनाई।
भारत सहित संपूर्ण हिन्द महासागर के पुर्तगाली साम्राज्य को एस्तादो द इंडिया नाम दिया गया।
Unattempted
व्याख्या-
फ्रांसिस्को डी अल्मीडा (1505-1509 ई.)-
अल्मीडा को भारत का प्रथम पुर्तगाली गवर्नर बनाया गया।
अल्मीडा का प्रमुख उद्देश्य हिन्द महासागर के व्यापार पर पुर्तगाली नियंत्रण स्थापित करना था।
हिन्द महासागर के व्यापार पर पुर्तगाली नियंत्रण के लिए अल्मीडा ने ब्लू वॉटर पॉलिसी (शांत जल को नीति) अपनाई।
भारत सहित संपूर्ण हिन्द महासागर के पुर्तगाली साम्राज्य को एस्तादो द इंडिया नाम दिया गया।
Question 30 of 40
30. Question
1 points
पुर्तगाली गवर्नर अल्बुकर्क ने सन्…. में गोवा को जीतकर अपनी राजधानी बनाया था
Correct
व्याख्या-
भारत में पुर्तगाली शक्ति का वास्तविक संस्थापक अल्बुकर्क था।
अल्बुकर्क ने कोचीन को अपना मुख्यालय बनाया।
1510 ई0 में अल्बुकर्क ने बीजापुर के आदिलशाही सुल्तान से गोवा को छीन लिया।
गोवा की विजय ने दक्षिण-पश्चिम समुद्र तट पर पुर्तगाली नौसेना का अधिकार हो गया ।
Incorrect
व्याख्या-
भारत में पुर्तगाली शक्ति का वास्तविक संस्थापक अल्बुकर्क था।
अल्बुकर्क ने कोचीन को अपना मुख्यालय बनाया।
1510 ई0 में अल्बुकर्क ने बीजापुर के आदिलशाही सुल्तान से गोवा को छीन लिया।
गोवा की विजय ने दक्षिण-पश्चिम समुद्र तट पर पुर्तगाली नौसेना का अधिकार हो गया ।
Unattempted
व्याख्या-
भारत में पुर्तगाली शक्ति का वास्तविक संस्थापक अल्बुकर्क था।
अल्बुकर्क ने कोचीन को अपना मुख्यालय बनाया।
1510 ई0 में अल्बुकर्क ने बीजापुर के आदिलशाही सुल्तान से गोवा को छीन लिया।
गोवा की विजय ने दक्षिण-पश्चिम समुद्र तट पर पुर्तगाली नौसेना का अधिकार हो गया ।
Question 31 of 40
31. Question
1 points
निम्नलिखित में से किसने पुर्तगाली सैनिकों को भारतीय महिलाओं से विवाह करने के लिए प्रेरित किया.
Correct
व्याख्या-
अल्फांसो डी अल्बूकर्क (1509 से 1515)
1508 में भारत स्क्वैड्रन कमांडर के रूप में आया था 1509 में इसे भारत में वायसराय नियुक्त कर दिया गया अलफांसो डी अल्बूकर्क को भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक के रूप में माना जाता है ।
अल्बूकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक आदिलशाह से गोवा को छीन लिया जो बाद में भारत में पुर्तगाली व्यापारिक केंद्रों की राजधानी बनाई गई ।
अल्बूकर्क ने 1511 ई. में दक्षिण पूर्व एशिया के व्यापारिक मंडी मलक्का और हुर्मुज पर अधिकार कर लिया इसके समय में पुर्तगाली भारत में शक्तिशाली नौसैनिक शक्ति के रूप में उभरे ।
विजय नगर शासक कृष्णदेव राय ने पुर्तगालियों को भटकल में दुर्ग बनाने की इजाजत दी
अल्बूकर्क में पुर्तगालियों को भारतीय स्त्रियों से विवाह करने के लिए प्रोत्साहित किया ।
अल्बूकर्क ने अपनी सेना में भारतीयों की भी भर्ती की।
Incorrect
व्याख्या-
अल्फांसो डी अल्बूकर्क (1509 से 1515)
1508 में भारत स्क्वैड्रन कमांडर के रूप में आया था 1509 में इसे भारत में वायसराय नियुक्त कर दिया गया अलफांसो डी अल्बूकर्क को भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक के रूप में माना जाता है ।
अल्बूकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक आदिलशाह से गोवा को छीन लिया जो बाद में भारत में पुर्तगाली व्यापारिक केंद्रों की राजधानी बनाई गई ।
अल्बूकर्क ने 1511 ई. में दक्षिण पूर्व एशिया के व्यापारिक मंडी मलक्का और हुर्मुज पर अधिकार कर लिया इसके समय में पुर्तगाली भारत में शक्तिशाली नौसैनिक शक्ति के रूप में उभरे ।
विजय नगर शासक कृष्णदेव राय ने पुर्तगालियों को भटकल में दुर्ग बनाने की इजाजत दी
अल्बूकर्क में पुर्तगालियों को भारतीय स्त्रियों से विवाह करने के लिए प्रोत्साहित किया ।
अल्बूकर्क ने अपनी सेना में भारतीयों की भी भर्ती की।
Unattempted
व्याख्या-
अल्फांसो डी अल्बूकर्क (1509 से 1515)
1508 में भारत स्क्वैड्रन कमांडर के रूप में आया था 1509 में इसे भारत में वायसराय नियुक्त कर दिया गया अलफांसो डी अल्बूकर्क को भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक के रूप में माना जाता है ।
अल्बूकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर के शासक आदिलशाह से गोवा को छीन लिया जो बाद में भारत में पुर्तगाली व्यापारिक केंद्रों की राजधानी बनाई गई ।
अल्बूकर्क ने 1511 ई. में दक्षिण पूर्व एशिया के व्यापारिक मंडी मलक्का और हुर्मुज पर अधिकार कर लिया इसके समय में पुर्तगाली भारत में शक्तिशाली नौसैनिक शक्ति के रूप में उभरे ।
विजय नगर शासक कृष्णदेव राय ने पुर्तगालियों को भटकल में दुर्ग बनाने की इजाजत दी
अल्बूकर्क में पुर्तगालियों को भारतीय स्त्रियों से विवाह करने के लिए प्रोत्साहित किया ।
अल्बूकर्क ने अपनी सेना में भारतीयों की भी भर्ती की।
Question 32 of 40
32. Question
1 points
हुगली को बंगाल की खाड़ी में समुद्री लूटपाट के लिए किसने अड्डा बनाया था?
Correct
*****हुगली को बंगाल की खाड़ी में समुद्री लूटपाट के लिए पुर्तगालियों ने अड्डा बनाया था
Incorrect
*****हुगली को बंगाल की खाड़ी में समुद्री लूटपाट के लिए पुर्तगालियों ने अड्डा बनाया था
Unattempted
*****हुगली को बंगाल की खाड़ी में समुद्री लूटपाट के लिए पुर्तगालियों ने अड्डा बनाया था
Question 33 of 40
33. Question
1 points
भारत में मुद्रालय लाने वाले निम्नलिखित में से प्रथम कौन थे?
Correct
व्याख्या-
भारत में मुद्रणालय लाने वाले प्रथम पुर्तगाली थे।
पुर्तगालीयो ने गोवा में प्रथम मुद्रणालय स्थापित किया।
प्रारम्भ में ये केवल बाइबिल धर्मग्रंथ की की प्रतियां की छापते थे।
भारत का पहला समाचार पत्र बंगाल गजट था जिसका प्रकाशन बंगाल में 1780 से प्रारंभ हुआ।
पूर्तगाली धर्म प्रचार के लिए मुद्रण तकनीकी को 1556 ई. में गोवा लाये और धर्मग्रंथों को प्रकाशित करने लगे।
1561 ई. में गोवा में प्रकाशित बाइबिल पुस्तक की एक प्रति आज भी न्यूयार्क लाइब्रेरी में सुरक्षित है।
Incorrect
व्याख्या-
भारत में मुद्रणालय लाने वाले प्रथम पुर्तगाली थे।
पुर्तगालीयो ने गोवा में प्रथम मुद्रणालय स्थापित किया।
प्रारम्भ में ये केवल बाइबिल धर्मग्रंथ की की प्रतियां की छापते थे।
भारत का पहला समाचार पत्र बंगाल गजट था जिसका प्रकाशन बंगाल में 1780 से प्रारंभ हुआ।
पूर्तगाली धर्म प्रचार के लिए मुद्रण तकनीकी को 1556 ई. में गोवा लाये और धर्मग्रंथों को प्रकाशित करने लगे।
1561 ई. में गोवा में प्रकाशित बाइबिल पुस्तक की एक प्रति आज भी न्यूयार्क लाइब्रेरी में सुरक्षित है।
Unattempted
व्याख्या-
भारत में मुद्रणालय लाने वाले प्रथम पुर्तगाली थे।
पुर्तगालीयो ने गोवा में प्रथम मुद्रणालय स्थापित किया।
प्रारम्भ में ये केवल बाइबिल धर्मग्रंथ की की प्रतियां की छापते थे।
भारत का पहला समाचार पत्र बंगाल गजट था जिसका प्रकाशन बंगाल में 1780 से प्रारंभ हुआ।
पूर्तगाली धर्म प्रचार के लिए मुद्रण तकनीकी को 1556 ई. में गोवा लाये और धर्मग्रंथों को प्रकाशित करने लगे।
1561 ई. में गोवा में प्रकाशित बाइबिल पुस्तक की एक प्रति आज भी न्यूयार्क लाइब्रेरी में सुरक्षित है।
Question 34 of 40
34. Question
1 points
गुजरात का शासक बहादुर शाह किसके साथ हुए संघर्ष में मारा गया?
Correct
व्याख्या-
सन् 1536 में, बहादुर शाह को उनके साथ समझौता करते समय पुर्तगालियों द्वारा जहाज पर मार डाला गया
Incorrect
व्याख्या-
सन् 1536 में, बहादुर शाह को उनके साथ समझौता करते समय पुर्तगालियों द्वारा जहाज पर मार डाला गया
Unattempted
व्याख्या-
सन् 1536 में, बहादुर शाह को उनके साथ समझौता करते समय पुर्तगालियों द्वारा जहाज पर मार डाला गया
Question 35 of 40
35. Question
1 points
पुर्तगालियों द्वारा अंग्रेजों को बम्बई सौंपे जाने का अवसर क्या था?
Correct
व्याख्या-
पुर्तगालियों द्वारा अंग्रेजों को बम्बई सौंपे जाने का अवसर पुर्तगाली राजकुमारी ब्रगांजा कैथरीन से इंग्लैण्ड के राजा चार्ल्स द्वितीय का विवाह।
चार्ल्स द्वितीय के विवाह में पुर्तगालियों ने 1661 ईo में इंग्लैण्ड के राजा द्वारा पुर्तगाली राजकुमारी से शादी करने पर बम्बई को दहेज़ के रूप में दे दिया था।
Incorrect
व्याख्या-
पुर्तगालियों द्वारा अंग्रेजों को बम्बई सौंपे जाने का अवसर पुर्तगाली राजकुमारी ब्रगांजा कैथरीन से इंग्लैण्ड के राजा चार्ल्स द्वितीय का विवाह।
चार्ल्स द्वितीय के विवाह में पुर्तगालियों ने 1661 ईo में इंग्लैण्ड के राजा द्वारा पुर्तगाली राजकुमारी से शादी करने पर बम्बई को दहेज़ के रूप में दे दिया था।
Unattempted
व्याख्या-
पुर्तगालियों द्वारा अंग्रेजों को बम्बई सौंपे जाने का अवसर पुर्तगाली राजकुमारी ब्रगांजा कैथरीन से इंग्लैण्ड के राजा चार्ल्स द्वितीय का विवाह।
चार्ल्स द्वितीय के विवाह में पुर्तगालियों ने 1661 ईo में इंग्लैण्ड के राजा द्वारा पुर्तगाली राजकुमारी से शादी करने पर बम्बई को दहेज़ के रूप में दे दिया था।
Question 36 of 40
36. Question
1 points
श्रीलंका में डच और पुर्तगाली उपनिवेशवादियों के वंशजों को क्या कहा जाता है?
Correct
व्याख्या-
बर्घर को श्रीलंका में डच और पुर्तगाली उपनिवेशों के वंशज कहा जाता है।
बर्घर एक छोटा यूरेशियन जातीय समूह, जो डच, पुर्तगाली, ब्रिटिश और अन्य यूरोपीय उपनिवेशों से निकले हैं जो श्रीलंका में बस गए थे।
Incorrect
व्याख्या-
बर्घर को श्रीलंका में डच और पुर्तगाली उपनिवेशों के वंशज कहा जाता है।
बर्घर एक छोटा यूरेशियन जातीय समूह, जो डच, पुर्तगाली, ब्रिटिश और अन्य यूरोपीय उपनिवेशों से निकले हैं जो श्रीलंका में बस गए थे।
Unattempted
व्याख्या-
बर्घर को श्रीलंका में डच और पुर्तगाली उपनिवेशों के वंशज कहा जाता है।
बर्घर एक छोटा यूरेशियन जातीय समूह, जो डच, पुर्तगाली, ब्रिटिश और अन्य यूरोपीय उपनिवेशों से निकले हैं जो श्रीलंका में बस गए थे।
Question 37 of 40
37. Question
1 points
पांडिचेरी (वर्तमान पुदुच्चेरी) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
पांडिचेरी पर कब्जा करने वाली पहली यूरोपीय शक्ति पुर्तगाली थे|
पांडिचेरी पर कब्जा करने वाली दूसरी यूरोपीय शक्ति फ्रांसीसी थे|
अंग्रेजों ने कभी पांडिचेरी पर कब्जा नहीं किया|
उपयुक्त में से कौन-सा कथन सही है-
Correct
व्याख्या-
पांडिचेरी ( पुडुचेरी) का इतिहास:
16वीं शताब्दी के दौरान पांडिचेरी क्षेत्र में कारखाना स्थापित करने वाली पहली यूरोपीय शक्ति पुर्तगाली थे।
पुर्तगालियों के बाद, पांडिचेरी पर कब्जा करने वाली दूसरी यूरोपीय शक्ति डच थी।
फ्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी साल 1674 में पांडिचेरी में एक व्यापारिक केंद्र स्थापित है, और यह बाद में भारत में सबसे प्रमुख फ्रांसीसी बस्ती बन गया।
लेकिन फ्रांसीसी को लगातार डच और अंग्रेजों के विरोध का सामना करना पड़ा।
वर्ष 1693 में, पांडिचेरी को फिर से डचों द्वारा कब्जा कर लिया गया था क्योंकि फ्रांसीसी गवर्नर फ्रेंकोइस मार्टिन ने डच गवर्नर के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
बाद में, वर्ष 1699 में, फ्रांसीसी ने पांडिचेरी को डचों से पुनः प्राप्त कर लिया।
वर्ष 1761 में, अंग्रेजों ने फ्रांसीसियों से पांडिचेरी पर कब्जा कर लिया, लेकिन बाद में पेरिस की संधि (1763) के तहत इसे वापस फ्रांसीसी को वापस करना पड़ा।
पांडिचेरी पर कई बार अंग्रेजों का कब्जा था, लेकिन अंततः फ्रांसीसी ही इस क्षेत्र पर शासन करते थे।
पांडिचेरी का फ्रांसीसी सरकार से भारतीय संघ में वास्तविक हस्तांतरण 1954 में हुआ था। लेकिन पांडिचेरी के कानूनी हस्तांतरण को प्रभावित करने वाली संधि को अंततः वर्ष 1962 में अनुमोदित किया गया।
Incorrect
व्याख्या-
पांडिचेरी ( पुडुचेरी) का इतिहास:
16वीं शताब्दी के दौरान पांडिचेरी क्षेत्र में कारखाना स्थापित करने वाली पहली यूरोपीय शक्ति पुर्तगाली थे।
पुर्तगालियों के बाद, पांडिचेरी पर कब्जा करने वाली दूसरी यूरोपीय शक्ति डच थी।
फ्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी साल 1674 में पांडिचेरी में एक व्यापारिक केंद्र स्थापित है, और यह बाद में भारत में सबसे प्रमुख फ्रांसीसी बस्ती बन गया।
लेकिन फ्रांसीसी को लगातार डच और अंग्रेजों के विरोध का सामना करना पड़ा।
वर्ष 1693 में, पांडिचेरी को फिर से डचों द्वारा कब्जा कर लिया गया था क्योंकि फ्रांसीसी गवर्नर फ्रेंकोइस मार्टिन ने डच गवर्नर के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
बाद में, वर्ष 1699 में, फ्रांसीसी ने पांडिचेरी को डचों से पुनः प्राप्त कर लिया।
वर्ष 1761 में, अंग्रेजों ने फ्रांसीसियों से पांडिचेरी पर कब्जा कर लिया, लेकिन बाद में पेरिस की संधि (1763) के तहत इसे वापस फ्रांसीसी को वापस करना पड़ा।
पांडिचेरी पर कई बार अंग्रेजों का कब्जा था, लेकिन अंततः फ्रांसीसी ही इस क्षेत्र पर शासन करते थे।
पांडिचेरी का फ्रांसीसी सरकार से भारतीय संघ में वास्तविक हस्तांतरण 1954 में हुआ था। लेकिन पांडिचेरी के कानूनी हस्तांतरण को प्रभावित करने वाली संधि को अंततः वर्ष 1962 में अनुमोदित किया गया।
Unattempted
व्याख्या-
पांडिचेरी ( पुडुचेरी) का इतिहास:
16वीं शताब्दी के दौरान पांडिचेरी क्षेत्र में कारखाना स्थापित करने वाली पहली यूरोपीय शक्ति पुर्तगाली थे।
पुर्तगालियों के बाद, पांडिचेरी पर कब्जा करने वाली दूसरी यूरोपीय शक्ति डच थी।
फ्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी साल 1674 में पांडिचेरी में एक व्यापारिक केंद्र स्थापित है, और यह बाद में भारत में सबसे प्रमुख फ्रांसीसी बस्ती बन गया।
लेकिन फ्रांसीसी को लगातार डच और अंग्रेजों के विरोध का सामना करना पड़ा।
वर्ष 1693 में, पांडिचेरी को फिर से डचों द्वारा कब्जा कर लिया गया था क्योंकि फ्रांसीसी गवर्नर फ्रेंकोइस मार्टिन ने डच गवर्नर के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
बाद में, वर्ष 1699 में, फ्रांसीसी ने पांडिचेरी को डचों से पुनः प्राप्त कर लिया।
वर्ष 1761 में, अंग्रेजों ने फ्रांसीसियों से पांडिचेरी पर कब्जा कर लिया, लेकिन बाद में पेरिस की संधि (1763) के तहत इसे वापस फ्रांसीसी को वापस करना पड़ा।
पांडिचेरी पर कई बार अंग्रेजों का कब्जा था, लेकिन अंततः फ्रांसीसी ही इस क्षेत्र पर शासन करते थे।
पांडिचेरी का फ्रांसीसी सरकार से भारतीय संघ में वास्तविक हस्तांतरण 1954 में हुआ था। लेकिन पांडिचेरी के कानूनी हस्तांतरण को प्रभावित करने वाली संधि को अंततः वर्ष 1962 में अनुमोदित किया गया।
Question 38 of 40
38. Question
1 points
भारत में सबसे पहले आने वाले तथा सबसे बाद में जाने वाले थे?
Correct
व्याख्या-
1498 ई. में वास्कोडिगामा के भारत आगमन के साथ भारत में सर्वप्रथम विदेशी यूरोपियों के रूप में पुर्तगालियों का आगमन हुआ था।
भारत के क्षेत्रों से पुर्तगाली सबसे बाद में गोवा से दिसंबर 1961 में गए।
Incorrect
व्याख्या-
1498 ई. में वास्कोडिगामा के भारत आगमन के साथ भारत में सर्वप्रथम विदेशी यूरोपियों के रूप में पुर्तगालियों का आगमन हुआ था।
भारत के क्षेत्रों से पुर्तगाली सबसे बाद में गोवा से दिसंबर 1961 में गए।
Unattempted
व्याख्या-
1498 ई. में वास्कोडिगामा के भारत आगमन के साथ भारत में सर्वप्रथम विदेशी यूरोपियों के रूप में पुर्तगालियों का आगमन हुआ था।
भारत के क्षेत्रों से पुर्तगाली सबसे बाद में गोवा से दिसंबर 1961 में गए।
Question 39 of 40
39. Question
1 points
कौन से पुर्तगाली नेता ने ‘ब्लू स्टार पॉलिसी’ (नीला जल योजना) शुरू की थी?
Correct
व्याख्या-
“ब्लू वाटर” की नीति को विकसित करने का श्रेय भारत में पुर्तगाली स्वामित्व के प्रथम वायसराय फ्रांसिस्को डी अल्मीडा को दिया जाता है।
Incorrect
व्याख्या-
“ब्लू वाटर” की नीति को विकसित करने का श्रेय भारत में पुर्तगाली स्वामित्व के प्रथम वायसराय फ्रांसिस्को डी अल्मीडा को दिया जाता है।
Unattempted
व्याख्या-
“ब्लू वाटर” की नीति को विकसित करने का श्रेय भारत में पुर्तगाली स्वामित्व के प्रथम वायसराय फ्रांसिस्को डी अल्मीडा को दिया जाता है।
Question 40 of 40
40. Question
1 points
1505 में भारत में पहले पुर्तगाली वायसराय द्वारा किस किले का निर्माण कराया गया था?
Correct
व्याख्या-
केरल के कुन्नूर किले के रूप में विख्यात सेंट एंजिलो फोर्ट का निर्माण 1505 ई. में करवाया
सेंट एंजिलो फोर्ट का निर्माण प्रथम पुर्तगाली वायसराय डॉन फ्रांसिस्को डी अलमीडा द्वारा कराया गया था।
Incorrect
व्याख्या-
केरल के कुन्नूर किले के रूप में विख्यात सेंट एंजिलो फोर्ट का निर्माण 1505 ई. में करवाया
सेंट एंजिलो फोर्ट का निर्माण प्रथम पुर्तगाली वायसराय डॉन फ्रांसिस्को डी अलमीडा द्वारा कराया गया था।
Unattempted
व्याख्या-
केरल के कुन्नूर किले के रूप में विख्यात सेंट एंजिलो फोर्ट का निर्माण 1505 ई. में करवाया
सेंट एंजिलो फोर्ट का निर्माण प्रथम पुर्तगाली वायसराय डॉन फ्रांसिस्को डी अलमीडा द्वारा कराया गया था।