इतालवी पुनर्जागरण काल का सर्वश्रेष्ठ मूर्तिकार माइकल एंजेलो था।
माइकल एंजेलो के द्वारा निर्मित सबसे प्रसिद्ध मूर्ति सेंट पीटर के गिरजाघर के मुख्य द्वार पर रखी गई ‘पिएता’ (करूणा) की मूर्ति है,
पिएता मूर्ति में मेरी के घुटनों पर ईसा मसीह के शरीर को दिखाया गया है।
यह मूर्ति संभवतः माइकल एंजेलो ने अपनी खुद की कब्र के लिए बनाई थी।
ऑटोमन तुर्क का कांस्टेनटीनोपल पर विजय से यूरोप में पुनर्जागरण को जन्म दिया था
1300 से 1550 ई. के मध्य पुनर्जागरण इटली प्रारम्भ हुआ
राफेल.इटालियन चित्रकारों में अधिक चर्चित था।
राफेल के दो चित्र प्रमुख है – एथेंस का स्कूल (School of Athens) और सिस्टाइन मेडोना।
ऐथेन का स्कूल नामक चित्र, ‘जिसमें प्लेटो तथा एरिस्टोटल अन्य दार्शनिक और वैज्ञानिकों के साथ दिखाए गए है
ईसाईयों और मुस्लिमों के बीच जेरूशलम धार्मिक स्थल को लेकर धर्मयुद्ध लड़ा गया
सीरिया, फिलिस्तीन और एशिया माइनर पर अधिकार जमाने के लिए इस्लाम और ईसाई जातियों के बीच एक सौ वर्ष से अधिक समय तक धर्मयुद्ध होते रहे।
जेरूशलम धार्मिक स्थल को लेकर धर्मयुद्ध में जीत अंत में इस्लाम की हुई।
जॉन गुटेनबर्ग छापाखाना की तकनीक से जुड़े माने जाते है
चौसर को अंग्रेजी साहित्य (काव्य) का जनक कहा जाता है
लियानार्दो विंची प्रतिभाशाली वैज्ञानिक, इंजीनियर, गणितज्ञ, विद्वान, कलाकार, मूर्तिकार, . संगीतज्ञ और महान लेखक था
लियोनार्दो द विंची के प्रमुख चित्र लास्ट सफर, मोनालिसा और पर्जिन ऑफ दी रॉक्स (पहाडी सुन्दरी) हैं।
विश्व प्रसिद्ध पेंटिंग ‘अंतिम भोज’ (लास्ट सपर) के पेंटर लियोनार्दो द विंची थे
मिलान के एक पादरीगृह की दीवारों पर बनाए गए ‘लास्ट सफर’ में ईसा को अपने अनुयायियों के साथ आखिरी भोजन के समय बैठा दिखाया गया है।
ईसा के चेहरे पर शान्ति के भाव है परन्तु उसके बाकी शिष्य हतप्रभ और एक शिष्य के चेहरे पर अपराध की झलक दिखाई दे रही है।
मोनालिसा जियोकोंडो नामक इतालवी व्यक्ति की युवा पत्नी ‘मोनालिसा’ का चित्र है। जिसे ‘ल जकोन्दो’ भी कहा जाता है।
ल जकोन्दो का हिन्दी में अर्थ – कौतुकमयी।
‘मोनालिसा’ और ‘लास्ट सफर’ लियोनार्डो द विंची की कलाकृतियाँ है
लियोनार्दो द विंची पुनर्जागरण युग का प्रतिनिधित्व करता है
1453 ई. में पुनर्जागरण प्रारम्भ हुआ
पैट्रार्क को मानववाद का जनक कहा जाता है
पैट्रार्क मानववाद का मुख्य प्रवर्तक था
इरेस्मस – प्रेज ऑफ फॉली
मेकियावली – द प्रिंस, द प्रिंस ,द आर्ट ऑफ वार ,द डिस्कोर्सेज
टॉमस मूर- यूटोपिया
दांते – डिवाइन कॉमेडी
हॉलैण्ड के इरेस्मस (1466-1536 ई.) की रचना ‘इन द प्रेज ऑफ फॉली’ (मुर्खत्व की प्रशंसा में) में|
इरेस्मस ने धार्मिके जीवन के खोखलेपन, धर्मशास्त्रियों के अज्ञान और धनलोलुप शाराकों पर व्यंग्य किया है।
इरेस्मस को ‘यूरोप का विद्वान’ कहा जाता है।
स्पेन के सरवेन्टीज (1547-1616) की प्रसिद्ध कृति ‘डॉन वियकजोट’ (Don Quixote) एक व्यंग्यात्मक प्रेमकथा है डॉन वियकजोट में ला मान्चा में रहने वाले एक स्पेनिश व्यक्ति के अपूर्व साहसिक कार्यों का वर्णन किया है।
डॉन वियकजोट रचना सामंतों के इस आडम्बर पर व्यंग्य रचना है कि वे प्रतिष्ठा और अधिकारों के एकमात्र हकदार हैं।
पुर्तगाल निवासी राजकुमार हेनरी, जिन्हें ‘नाविक’ नाम से भी जाना जाता है
पुर्तगाल ने भौगोलिक अनुसंधान के क्षेत्र में यूरोप को नेतृत्व प्रदान किया
विलियम हार्वे हृदय व शरीर में रक्त की संचार प्रक्रिया की पहचान करने वाला वैज्ञानिक था
‘ब्लैक डेथ’-
ब्लैक डेथ यूरोप में 14 वीं शताब्दी के दौरान 1348 से 1351 के मध्य फैली थी।
खून चूसने वाले पिस्सू जो काले चूहों पर रहते थे, ब्लैक डेथ के फैलने के लिए जिम्मेदारी
प्लेग को ‘ब्लैक डेथ’ कहा जाता है क्योंकि इससे जानलेवा काली सूजन हो जाती है।
लोगों का विचार था कि ईश्वर ने उनके पापों की सजा देने के लिए उस ब्लैक डेथ को भेजा है।
अरबों से प्राप्त ज्ञान के आधार पर यूरोपीय विद्वानों ने अरस्तू के दर्शन के अध्ययन पर बल दिया।
अरबी ज्ञान से प्रभावित होकर उन्होंने जो नई विचार-पद्धति चलाई, उसे ‘पंडित पंथ’ (Scholasticism) कहा जाता है।
पांडित्यवाद -रेनेसां काल में ग्रीको-रोमन क्लासिकों के अध्ययन को जाना जाता है
पुनर्जागरण की अवधि में स्थापत्य कला की नई शैली का प्रथम विकास इटली में हुआ
दांते इटली के पुनर्जागरण का कवि था
मार्को पोलो एक इतालवी व्यापारी, खोजकर्ता, और राजदूत था।
मार्को पोलो को एशिया पहुँचने वाला प्रथम यूरोपीय व्यक्ति माना जाता है।
मार्को पोलो प्राचीन रेशम मार्ग की यात्रा करने वालों में से वह भी एक था।
अमेरिगो वेस्पुजी इतालवी कप्तान था जिसने वेनेजुएला मैक्सिको की खाड़ी को खोजा।
यू.एस.ए. का नाम अमेरिका इतालवी कप्तान अमेरिगो वेस्पुजी के नाम पर पड़ा था
पुर्तगाली नरेश जॉन द्वितीय का उद्देश्य भारत के जलमार्ग का पता लगाना था
जिससे अरब और इटली के व्यापारिक अधिकार को कम किया जा सके।
1482 में अफ्रीका की दक्षिणी सीमा का पता लगाने का प्रयास किया।
1487 में पुर्तगाली कप्तान बार्थोलोमियो डियाज ने अफ्रीका के पश्चिमी किनारे के सहारे-सहारे दक्षिण के छोर तक पहुँचने में सफलता पाई।
अफ्रीका के दक्षिण छोर को डियाज ने ‘तुफानों का अन्तरीप’ नाम से पुकारा।
कप्तान बार्थोलोमियो डियाज ने वापिस लौटकर जब पुर्तगाली नरेश को अपनी सफलता का वर्णन किया जब जॉन द्वितीय ने आशावादी दृष्टिकोण रखते हुए ‘तुफानों का अन्तरीप’ को बदलकर ‘आशा का अन्तरीप’ (Cape of Good Hope) रखा।
कप्तान बार्थोलोमियो डियाज यूरोप का प्रथम नागरिक था जिसने 1588 में नाव से केप ऑफ गुड होप का चक्कर लगया था
भारत के लिए समुद्री मार्ग की खोज का श्रेय पुर्तगालियों को दिया जाता है
स्पेन की साम्राज्ञी की सहायता से 1492 में इटालीयन नागरिक कोलम्बस अमेरिकी तट पर पहँचा।।
1498 में पुर्तगाल का वास्कोडीगामा उत्मासा अंतरीप से भारत पहुँचा।
क्रिस्टोफर कोलम्बस – स्पेन से चलकर अटलांटिक पार करते हुए पश्चिम की तरफ समुद्री यात्रा
बार्थोलोम्यू डियाज – दक्षिण अफ्रीका के सबरो दक्षिणी भाग के समीप समुद्री यात्रा
मैगेलन – समुद्री यात्रा द्वारा विश्व का भ्रमण
मैगेलन -संसार की जलयात्रा करने वाला प्रथम व्यक्ति था
वास्कोडिगामा – दक्षिण अफ्रीका के सबसे दक्षिण भाग से घूमकर मालाबार तट पर पहुँचा
15वीं शताब्दी के अंत में जब पुर्तगालियों ने ‘केप ऑफ गुड होप’ होते हुए हिन्द-महासागर में प्रवेश किया तो भारतीय क्षेत्र में समुद्री व्यापार विकसित नहीं हुआ था
सामंतवाद ,मध्ययुगीन यूरोप की मुख्य विशेषता है
राष्ट्रवाद कैप्लर ने कॉपरनिकस के सिद्धान्त की पुष्टि की
थॉमस न्यूकोमेन अपने वाष्प इंजिन आविष्कार के लिए प्रसिद्ध है